प्यारे पाठको ,
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
पिछले कुछ चंद सफ़र के बारे में ये घुमक्कड़ आपको अपडेट नहीं कर पाया , माफ़ कीजियेगा - दौड़ लगाना पड़ गया था ।
कलकत्ता छोड़े हुए २ महीने हो चुके है । वहा की ट्राम , काठी रोल और आबो हवा की अब बहुत याद आती है । १.५ साल में कलकत्ता से बहुत अटैचमेंट हो गया । वहा थे तो गलियाते थे - वहा की धीमी ज़िन्दगी , उमस भरी गर्मी और लोकल तौर तरीके को; अब जी करता है एक बार और जाए , गले लगा ले शहर को और पूछे - 'कोलकाता, की होछ्छे ? की खोबोर ? '
नवम्बर के पहले हफ्ते में बिजनेस के सिलसिले में ढाका जाने का मौका मिला । कोलकाता से ढाका एक झपकी मारते ही आप पहुच जायेंगे । साल्ट लेक से एअरपोर्ट जाने में जितना टाइम लगा , उससे भी कम टाइम में कोलकाता से ढाका पहुच गए।
ढाका एअरपोर्ट से बाहर निकलते ही ऐसा लगा जैसे पूरा ढाका खड़ा हो । लोगो के भीड़ को चीरते हुए धीरे धीरे मेरी गाडी आगे बढ़ी और मैंने शुरु किया खिड़की से बाहर झाकना ।
ढाका में तक़रीबन साढ़े चार लाख रिक्सा रोज चलते है । 'रिक्सा कैपिटल ऑफ़ द वर्ल्ड ' के नाम से भी जाना जाता है ये शहर । यहाँ की सबसे बड़ी समस्या यहाँ की ट्राफिक है । ट्राफिक में घंटो फसे रहना आम बात है । १-२ घंटे अगर आप लेट से दफ्तर पहुचते है तो ये कोई नयी बात नहीं होगी। ५ दिन के बिजनेस ट्रिप में ट्राफिक का प्रकोप हमारे ऊपर खूब बरसा । एक बार १ बजे पिज्जा का आर्डर किया जो की २:४५ में मिला । पिज्जा हट और डोमिनोस के प्रोमिसेस यहाँ नहीं चलते । ज़िन्दगी धीमी है और यहाँ के युवा देश से बाहर निकलना चाहते है। बंगलादेशी बदनाम है इल्लेगल इम्मिग्रेसन के लिए । इस कलंक के कारण यहाँ के युवाओ को दुसरे देश का वीसा मिलने में भी काफी तकलीफ होती है ।
एक अमेरिकी के लिए ज़िन्दगी कितना आसान है और एक अफगानी , इराकी या बंगलादेशी के लिए कितना मुश्किल ? सरहदे गिरा देना और सभी को सामान अधिकार देना क्या एक उम्मीद नहीं ? कब जा कर हम कह सकेंगे की हम इस ग्रह में रहते है , इन देशो में नहीं ?
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2 comments:
very well written :) Dint know that Bangladesh is full of rickshaws n traffic. Can u upload few pics of the city?
@Phoenix Thanks! Could not take any pic at Dhaka :( So sorry but here are some pics of the city :
http://www.flickr.com/search/?q=Dhaka&w=all
http://www.flickr.com/photos/maciejdakowicz/2416544339/
Hope you will be able to connect what I have written with some pics
Cheers,
Saurav
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