एक ऐसा शहर जो आज भी वैसा ही है जैसा आज से १०० साल पहले था..
गोन्डोला की सवारी अगर करो तो, हर मोड पे एक नया द्रिश्य उभरता है.
एक द्रिश्य जिसको आप फ़िर सर घुमा के देखते है.आखें फ़ाड देखते रह जातें है.
राही का तो काम है चलता ही जावे

जान्कोलाना पहुचने के बाद, ट्राली से हमलोग Skiing Zone गए...